‘राधा-कृष्ण' बोल बोल

‘राधा-कृष्ण' बोल बोल

@Vaishnavasongs

AUDIO

‘राधा-कृष्ण' बोल बोल

‘राधा-कृष्ण' बोल बोल बोलो रे सोबाई

(एइ) शिक्षा दिया,सब नदीया,

फिर छे नेचेऽ गौर निताई ।।१।।

(मिछे) मायर बोशे, जाच्छो भेसेऽ

खाच्छो हाबुडुबु, भाई ।।२।।

राधा-कृष्ण' बोल बोल बोलो रे सोबाई

हरी-बोल बोलो रे एई शिक्षा दिया

(जीव) कृष्ण-दास, ए बिश्वास,

कोलें तोऽ आर दुखो नाइ ।।३।।

(कृष्ण) बोल्बे जबे पुलक हऽबे,

झोर्ले आँखी बोली ताइ ।।४।।

राधा-कृष्ण' बोल बोल बोलो रे सोबाई

हरी-बोल बोलो रे एई शिक्षा दिया

‘राधा-कृष्ण' बोलो, संगे चलो,

एइ मात्र भिक्षा चाइ ।।५।।

(जाय) सकल बिपोद, भक्तिविनोद

बोले, जखोन् ओ-नाम गाइ ।।६।।

राधा-कृष्ण' बोल बोल बोलो रे सोबाई

हरी-बोल बोलो रे एई शिक्षा दिया

अनुवाद

।।१।। श्रीचैतन्य महाप्रभु तथा श्रीनित्यानन्द प्रभु नवद्वीपमें नृत्य करते हुए भ्रमण कर रहे हैं। तथा जीवोंको शिक्षा दे रहे हैं-अरे भाइयो ! सभी लोग मिलकर ‘राधाकृष्ण' का नाम लो।

।।२।। तुम लोग व्यर्थ ही मायाके वशीभूत होकर संसारके स्रोतमें बहते हुए कभी पानीमें डूब रहे हो तो कभी एक क्षणके लिए ऊपर आ रहे हो।

।।३।। परन्तु यदि मात्र एकबार भी तुम्हें यह ज्ञान हो जाए कि 'मैं कृष्णका दास हूँ तो फिर तुम्हें ये दुःख-कष्ट नहीं मिलेंगे।

।।४।। जब 'कृष्ण' नाम उच्चारण करोगे तो तुम्हारा शरीर पुलकित हो जाएगा तथा आँखोंसे अश्रुधारा प्रवाहित होने लगेगी।

।।५।। & ।।६।। श्रीभक्तिविनोद ठाकूर कहते हैं-अरे भाई! मैं आप लोगोंसे यही भिक्षा माँगता हूँ कि तुम कृष्ण बोलो, क्योंकि जब कोई व्यक्ति कृष्णनामका गान करता है तो उसी क्षण समस्त प्रकारकी विपदाएँ दूर हो जाती है।

Report Page