गुरुदेव ! बड कृपा करि
@VaishnavasongsAUDIO
गुरुदेव ! बड कृपा करि
गुरुदेव !
बड कृपा करि, गौडवन-माझे,
गोद्रुमे दियाछ स्थान ।।
आज्ञा दिला मोरे, एइ व्रजे बसि,
हरिनाम कर गान ।।१।।
किन्तु कबे प्रभो, योग्यता अर्पिवे,
ए दासेरे दया करि ।
चित्त स्थिर ह वे, सकल सहिब,
एकान्ते भजिव हरि ।।२।।
शैशव-यौवने, जडसुख-संगे,
अभ्यास हुइल मन्द ।
निजकर्म-दोषे, ए देह हइल,
भजनेरे प्रतिबन्ध ।।३।।
वार्द्धक्ये एखन, पञ्चरोगे हत,
केमने भजिव बल ।
कॉंदिया-काँदिया, तोमार चरणे,
पडियाछि सुविह्वल ।। ४ ।।