As
कीट
मेलेनाग्रोमाईज़ा सोजे
प्रचलित नाम
तना मक्खी
क्षति
- यह फोटो सोयाबीन की तना मक्खी की है।
- सोयाबीन का प्रमुख कीट है और 20-30 प्रतिशत तक हानि पहुंचाता है।
- यह कीट पत्तों पर अंडे देता है।
- अंडे से मेंगट निकलने पर वह सबसे निकटतम कोशिका को छेदती है।
- मेंगट उसके बाद तने को छेदती है।
- यदि संक्रमित तने को खोला जाए तो उसमें टेढ़ी-मेढ़ी लाल सुंरगे, मेंगट, प्यूपा देखे जा सकते है।
- मेंगट तने की बाहरी परत पर पलते है और जड़ों तक को खा सकते है जिससे पौधा मर जाता है।
- फूल और फल्ली बनने की अवस्था में आक्रमण करता है।
आई.पी. एम.
- गर्मी में गहरी जुताई करें।
- प्रतिरोधक किस्में जैसे जे.एस-335, पी.के. 262, एन.आर.सी. 12, एम.ऐ.सी.एस. 124 को उगायें।
- मानसून के बाद बोनी करना चाहिए।
- अनुमोदित बीज दर ही अपनायें।
- अत्याधिक नाईट्रोजन उर्वरकों का उपयोग न करें।
- मिट्टी में पोटॉश की कमी पर पोटॉश खाद का उपयोग निश्चित होना चाहिए।
- खरपतवार नियंत्रण करें।
- जैविक नियंत्रण के लिए मकड़ी, छिपकली, मकोड़े, चिड्डे, आदि का बचाव करना चाहिए।
- सोयाबीन को अन्तर्रवत्तिय फसलें जैसे जल्दी पकने वाली अरहर या मक्का या ज्वार 4:2 के अनुपात में लगाए।
- रसायनिक नियंत्रण हेतू खंड देखे।
- फसल चक्र अपनाइये।
नियंत्रण
- रसायनिक कीटनाशकों का उपयोग उस समय करना चाहिए जब कीट की संख्या आर्थिक देहली स्तर को पार कर ले।
- निम्नलिखित में से किसी भी एक कीटनाशक का उपयोग करें-:
- बोनी से पहले कार्बोफूरान 3 जी. को 30 कि.ग्रा / हे की दर से या क्षारीय फोरेट 10 जी. की दर से 10 कि.ग्रा /हे का भुरकाव करे।
- आक्सीमीटन मिथाईल 25 प्रतिशत ई.सी. 500 मि.लि. /हे की दर से 600-800 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- अंकुरण के दो सप्ताह के बाद डाईमेथोएट 30 प्रतिशत ई.सी. 750 मि.लि./हे 600-800 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- इन्डोसल्फान 35 ई.सी. 1200-1500 मि.लि /हे की दर से छिड़काव करें।
- मोनोक्रोटोफोस 36 एस. एल. 800 मि.लि/हे की दर से 600-800 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- ट्राईजोफॉस 40 ई.सी. 1000 मि.लि./हे की दर से 600-800 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
- 25 ई.सी. क्वीनालफॉस 1000 मि.ली./हे की दर से छिड़काव करें।